आंगनवाड़ी में अंडा खिलाने का विरोध
आंगनवाड़ी में अंडा खिलाने का विरोध

सामाजिक कार्यकर्ता काबरा ने पुनर्विचार का किया अनुरोध

उज्जैन। म.प्र.शासन द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों पर पोषाहार के रूप में अंडे खिलाने का आदेश जारी करने का सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश काबरा ने पुरजोर विरोध किया है।

काबरा के अनुसार अनेकता में एकता की प्रतिकृति हमारे भारत में सभी धर्म, संस्कृति, जातियों का समान आदर किया जाता है व आंगनवाड़ी केन्द्रों पर विभिन्न धर्म, संस्कृति जातियों, समुदायों के बच्चे व माताएं आती है। इनमें कुछ शाकाहारी तो कुछ मांसाहारी है। इससे कोई गुरेज नहीं, सभी स्वतंत्र है। परन्तु इन्हें पोषण आहार के रूप में अन्य कई खाद्य सामग्रियां वितरित की जा सकती है, इसके बावजूद आंगनवाड़ी केन्द्र पर अण्डा प्रदाय किये जाने से अंडे का सेवन न करने वाले बच्चे व माताएं काफी असहज महसूस करेंगे और निश्चित रूप से इससे उनकी निजी व धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी।

प्रदेश सरकार का यह निर्णय सभी वर्गों के हितों व भावनाओं को ध्यान में रखकर नहीं लिया जाकर वर्ग विशेष के संतुष्टिकरण का आदेश मात्र है। काबरा ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस निर्णय पर पुनर्विचार कर इसे तत्काल वापस लेने व पोषाहार में अन्य विकल्प तलाशने का अनुरोध किया है।