शासन के रिकार्ड में दर्ज है लेकिन ग्रामीणों को नही मिल रहा राशन
ग्रामीण पहुंचे अनुविभागीय दंडाधिकारी के दफ्तर मीडिया को लगी भनक -----
कांग्रेश के नेताओं ने भी दिखाया अपना जोर -----
राजगढ़ l जिले की ब्यावरा तहसील के अंतर्गत ग्राम उमरेड का दोबारा फिर से एक मामला और सामने आया है।
ग्रामीणों के मुताबिक जानकारी मिली है कि पूर्व में सोसायटी द्वारा मिट्टी के तेल को गोल कर दिया गया था। अब उसके बाद 7 किवंटल के लगभग चने गोल कर दिए गए थे। अब ग्रामीणों ने मंगलवार को सेल्समैन संजुबाई ओर अध्यक्ष पर कार्यवाही को लेकर ज्ञापन सौंपा , जिसको लेकर आज 17 दिन बाद पुणे गांव वाले अनुविभागीय अधिकारी ब्यावरा के दफ्तर पहुंचे और अपने अपने नेताओं को फोन पर संपर्क कर अनुभाग अधिकारी के दफ्तर पर एकत्रित किया और वहीं मीडिया को सूचना दे तो मीडिया की सक्रियता के चलते आज विभाग के अधिकारियों तक यह बात उजागर हुई ।इधर गाँव वालों का कहना है कि सेल्समैन द्वारा एक वर्ष से किसी को भी राशन नही दिया जा रहा है जिसके के कारण गरीबों को घर चलाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वहीं अखबार के संवातदाता ने ग्रामीणों से बात की तो ग्रामीणों ने सोसायटी के सदस्यों पर आरोप लगाया है कि 21 सितंबर 2019 को एनआईसी पर रिकॉर्ड निकाला गया तो मामला भी सामने आया कि उक्त दिनों में भी शासन का खाद्यान्न निकाला गया मगर हितग्राहियों तक नही पहुचा पूरी जानकारी पोर्टल पर अपडेट है लेकिन बीच मे ही गायब हो जाता है।
आखिर कहां हो जाता है गायब राशन जाँच हो इस पर भी
अधिकारियों के कान पर अभी तक जु तक नही रेंग रही क्यों ? नही मिल पा रहा गरीबो को उनका राशन
गरीबो के मुँह के निवाले के पीछे किसका बड़े अधिकारी का हाथ है।
ग्रामीणों सेल्समैन और अध्यक्ष पर कार्यवाही की कर रहे मांग की ।इस मौके अनेकों ग्रामीण जन गोपाल सिंह, कमल सिंह, मंगू सिंह, दशरथ सिंह, करणसिंह, पर्वतसिंह, मंगलेश, सहित कहि ग्रामीण शामिल रहे। ग्रामीणों ने कार्यवाही की मांग की।
तो फिर क्या जब गांव वालों ने एकत्रित होकर पहले तो ब्यावरा शहर में आज अपने कदम अनुरागी दंडाधिकारी के दफ्तर पर रखे तो वहां जानकारी ग्रामीणों को लगी कि आज एसडीएम महोदय दफ्तर नहीं आएंगे तो इतना सुनते ही ग्रामीण जनों ने एसडीएम निवास पर पहुंचना शुरू कर दिया जब जिस तरह उनको जानकारी मिली कि एसडीएम साहब अपने दफ्तर निकल गए हैं तो फिर क्या था ग्रामीण जनों ने मीडिया के साथियों को संचार के माध्यम से सूचना दी और उन्हें भी दफ्तर पर बुला लिया मीडिया ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए एसडीएम दफ्तर पहुंचकर कुछ कांग्रेश के जनप्रतिनिधियों वही उमरेड गांव के भाजपा के नेताओं से भी इस विषय में बात की तो उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से ग्रामीण जनों को राशन की दुकान से राशन नहीं मिल पा रहा है और कागजों में राशन वितरण भी किया जा रहा है ऐसी स्थिति में जब कांग्रेस व भाजपा के नेता एकत्रित होकर ग्रामीण जनों के साथ अनुविभागीय दंडाधिकारी के दफ्तर में भीतर पहुंचे तो पहले तो अधिकारी जो स्वयं अनुभाग अधिकारी के रूप में ब्यावरा तहसील में प्रशासनिक अधिकारी के साथ ही पदस्थ हैं तो कहने लगे कि यह जांच का विषय है इस पर जांच आने के बाद वार्तालाप किया जाएगा हमने पूर्व में जो जांच हुई थी उस आधार पर दुकान संचालक को निलंबित कर दिया है और अब इस दुकान को भी सील करने का मैं आदेश अभी मोबाइल के व्हाट्सएप के जरिए नायब तहसीलदार सुठालिया को भेज रहा हूं तो वही अखबार के संवाददाता एवं मीडिया कर्मियों ने सुठालिया तहसीलदार प्रदीप भार्गव से बात की तो उन्होंने बताया कि अनुविभागीय दंडाधिकारी का आदेश है तो हमने आज दुकान को उमरेड गांव में ही सील कर दिया हैं और यदि है पुनः दोबारा कहीं भी राशन को वितरण करते पाया जाएगा तो इस पर कार्रवाई भी की जाएगी ।। हालांकि ग्रामीण जनों का कहना यह है कि जब हमने राशन लिया ही नहीं तो हमारे नाम से वितरण किसको कर दिया गया है विभाग भी इस पर जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें और पता लगाए की किस व्यक्ति ने हमारे नाम से राशन का उपयोग किया है ऐसे में यदि गांव के लोगों को राशन नहीं मिल रहा है और कागजों में उसके वितरण पर्ची प्राप्त हो रही है तो यह विषय जांच के संदेह में आता है विभाग इस पर जांच करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई कर उचित न्याय करें ।