उज्जैन। ग्राम देवला बिहार जिला शाजापुर निवासी देवकरण पिता विक्रमसिंह से उज्जैन में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है, जिसकी शिकायत युवक ने आईजी उज्जैन, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं माधवनगर थाना प्रभारी से की है। शिकायतकर्ता देवकरण ने बताया कि वो एमआईटी कॉलेज उज्जैन में बीटेक सिविल की पढ़ाई कर रहा है। कॉलेज की परीक्षा समाप्त होने के बाद घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मैं 13 दिसंबर 2019 को उज्जैन काम देखने गया था, घास मण्डी स्थित उज्जैन चौराहे पर प्रातरू 10 बजे काम की तलाश कर रहा था, तभी उसे देव सिंघानिया नामक लगभग 50 वर्षीय व्यक्ति मिला। उसने खुद आकर नौकरी के लिए ऑफ र किया और कहा कि तुम यहां क्यूं खड़े हो, तुम तो पड़े लिखे हो। मेरे साथ काम करोगे तो मैंने हां कर दी। उस व्यक्ति ने मुझे उज्जैन-देवास मार्ग पर बन रहे कोल्ड स्टोर पर सुपर वाइजर की नौकरी देने को कहा और 15 हजार रूपए मासिक वेतन देने को कहा। उसने नौकरी के नाम पर पहले मेरे कागजात से नई सीम (8358030773 वोडाफ ोन) की बनवाई। तत्पश्चात उज्जैन में देवास रोड़ स्थित एक्सिस बैंक की शाखा में गया और 15 हजार रूपए का एसबीआई बैंक का चौक जमा करवाकर सेविंग खाता खुलवाया, जिसका चौक नंबर 20437471055 है। जबकि मेरे खाते में मात्र 200 रूपए जमा थे, लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि तुम 14 दिसंबर, शनिवार को वह मुझे प्रातः 11 बजे उज्जैन नानाखेड़ा बस स्टेण्ड पर मिला और मुझसे मेरी चौकबुक ले ली, जिस खाता नंबर 919010082783291 है। फिर उसने मुझे खण्डवा जाने के लिए बस में बैठा दिया और कहा कि मेरा व्यक्ति आएगा और बस स्टेण्ड पर आकर 49,500 रूपए दे देगा। मैं खण्डवा बस स्टेण्ड पर 3 से 4 घंटे तक खड़ा रहा, वहां कोई व्यक्ति नही आया। काफी देर तक इंतजार के बाद में शनिवार को 8 बजे पुनः रात को बस में बैठकर खण्डवा से उज्जैन आ गया। मेरे साथ एक ओर सहपाठी बद्रीलाल पिता रायचंद मेडा गोविंदपुरा जिला झाबुआ भी साथ था। देवकरण ने बताया कि देव सिंघानिया नामक व्यक्ति ने मेरे साथ नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी कर मेरा चौकबुक लेकर फरार हो गया है, जिसमें 10 चौक थे। युवक ने फरार आरोपी की शीघ्र तलाश कर कार्यवाही करते की मांग की है।
नौकरी के नाम पर की धोखाधड़ी, आईजी, कलेक्टर, एसपी एवं थाना प्रभारी को की शिकायत