4 मई से भी नहीं चलेगी ट्रेन? अगले आदेश तक रोक दी गई रेलवे में टिकटों की बुकिंग










नई दिल्ली. कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान ट्रेन और विमान सेवा पहले की तरह रद्द रहेगी। इस बीच रेलवे ने ट्रेनों रिजर्वेशन को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया है। इससे सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या ट्रेन 4 मई से भी नहीं चलेगी?





रेलवे ने मंगलवार को पीएम मोदी की घोषणा के बाद बयान जारी करके कहा कि ट्रेनों में अग्रिम आरक्षण को रोक दिया गया है। रोक ई-टिकट बुकिंग पर भी है। अगले आदेश तक यह रोक रहेगी। हालांकि, ऑनलाइन टिकट कैंसिलेशन की सुविधा मिलती रहेगी। इससे पहले जब 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा हुई थी तब रेलवे ने 15 अप्रैल के बाद टिकटों की बुकिंग पर रोक नहीं लगाई थी।


रेलवे ने क्यों उठाया यह कदम?
माना जा रहा है कि रेलवे ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि कोरोना वायरस लॉकडाउन को भले ही 3 मई तक बढ़ाया गया है लेकिन यदि तब भी लॉकडाउन खोलने के हालात नहीं बने या ट्रेनों के संचालन की अनुमति नहीं मिली तो रेलवे को एक बार फिर यात्रियों की ओर से की गई बुकिंग को रद्द करने और रकम वापस करने की जद्दोजहद करनी पड़ेगी। लोगों को भी परेशानी से बचाया जा सकता है।


3 मई तक के टिकटों पर वापस मिलेगा किराया
24 मार्च से 3 मई तक यात्रा अवधि के सभी टिकट का पूरा पैसा रेलवे लौटाएगी। रिफंड के लिए डीआर टिकट जमा रसीद यात्री द्वारा भरा जाएगा। जिसमें यात्रा विवरण होगा। रिफंड के बैलेंस राशि प्राप्त करने के लिए भरा हुआ फॉर्म किसी भी जोनल रेलवे मुख्यालय के मुख्यालय वाणिज्य प्रबंधक अधिकारी सीसीएम के पास 1 जून तक जमा कराना होगा। ई-टिकट बैलेंस रिफंड राशि उस यात्री के उस खाते में जमा कर दी जाएगी जिस खाते से टिकट बुक किया गया। आईआरसीटीसी बैलेंस रिफंड राशि प्रदान करने के लिए एक व्यवहारिक चार्ट तैयार करेगा।