लॉक डाउन कि ड्यूटी के साथ 24 घंटे के भीतर पकड़ा गया बलात्कार का आरोपी


राजगढ़ . कोरोनावायरस  का कहर पूरे विश्व में फैल चुका है  वहीं भारत भी इसकी चपेट में है दिन प्रतिदिन  इसके केस बढ़ता जा रहे हैं  पुलिस विभाग द्वारा जनता को  घरों से  ना निकलने आह्वान किया जा रहा है  व जोना मान रहे हैं जो पर सख्त कार्रवाई भी की जा रही है इसी के साथ  पुलिस विभाग द्वारा कानून व्यवस्था सुचारू रूप से जारी है पुलिस बल  बड़ी मुस्तैदी के साथ अप्रिय घटना ना हो इसका भी ध्यान रख रही है कोरोना संक्रमण के दौर में जारी पुलिस कार्यवाही पर  जिला पुलिस कप्तान प्रदीप शर्मा द्वारा जिले के पुलिस बल के  कानून व्यवस्था ड्यूटी करने के साथ-साथ ही आपराधिक प्रकरणों के निकाल करने पर उनकी सराहना की है, ऐसा ही एक सराहनीय कार्य मलावर थाना की पुलिस टीम द्वारा किया गया है जिन्होंने 24 घंटे के भीतर ही नाबालिग के साथ बलात्कार करने वाले आरोपी को धर दबोचा है। 


             दिनांक 19-04-2020 को फरियादी शंभूलाल निवासी खाकरा तेजा ने सूचना दी की उसकी नाबालिक लड़की को अज्ञात व्यक्ति अपहरण कर ले गया है, सूचना पर थाना मलावर में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 64/2020 धारा 363 भारतीय दंड विधान के तहत पंजीबद्ध कर नाबालिक लड़की की तलाश प्रारम्भ की गई। 
          जिला पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया एवं एसडीओपी नरसिंहगढ़ श्री बीपी शर्मा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया, प्राप्त निर्देशों के परिपालन में पुलिस टीम ने नाबालिग बालिका को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की। 
             बालिका ने अपने कथनों में बताया की ग्राम तलावड़ा का गोलू पिता कैलाश लववंशी जबरदस्ती अपहरण कर उसे बड़ली पर ले गया था और उसके साथ इच्छा के विरुद्ध बलात्कार किया, मेडिकल परीक्षण कराने उपरांत बालिका के माननीय न्यायालय में कथन कराए गए जिसके आधार पर प्रकरण में धारा 376, 366 भारतीय दंड विधान एवं पास्को एक्ट की धारा 3/4 इजाफा की गई। 
             प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम ने अपने प्रयासों में तेजी लाकर मुखबिर की सूचना के आधार पर आरोपी गोलू पिता कैलाश नारायण लववंशी उम्र 19 वर्ष निवासी तलावड़ा को गिरफ्तार करने में बहुत बड़ी सफलता हासिल की है। 
            अपराध सदर में आरोपी की गिरफ्तारी करने के उपरांत मेडिकल परीक्षण कराकर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। 
         थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह एवं उनकी टीम में सहायक उपनिरीक्षक अवध नारायण शर्मा, प्रधान आरक्षक 837 नगर सिंह, आरक्षक शिवराज, आरक्षक मुकेश एवं आरक्षक रामदीन के द्वारा ततपरता से कार्रवाई कर मुखबिर का जाल बिछाकर बालिका को दस्तयाब किया गया, और उसके माता-पिता को सुपूर्द किया और आरोपी को सलाखों के पीछे भेजा जा सका।