आगर मालवा। एक तरफ जहां कोरोना महामारी की मार पूरा विश्व झेल रहा है। आम आदमी से लेकर उघोगपतियों तक, मजदूरों से लेकर बडे बडे नेता राजनेता तक सब इसकी चपेट में आए हुए है। देश एक और जहां आर्थिक स्थिति से झूंझ रहा है। सभी व्यापार व्यवसाय स्थगित है वहीं एक मामला देखने को मिल रहा है। जहां पर अभिभावकों से बच्चों की फीस भरने के लिए वाट्सएप पर मैसेज कर फीस भरने के लिए जोर दिया जा रहा है।
जानकारी अनुसार आगर मालवा के प्रायवेट स्कूल पुष्पा कान्वेंट हॉ से. स्कूल के संचालक द्वारा अभिभावकों को फीस भरने का संदेश दिया जा रहा है। एक और जहां प्रधानमंत्री जी के आव्हान पर सभी ने अपने अपने व्यवसाय बंद कर रखे है। लोगों के घर में राशन समाप्ती की और है। वहीं ये स्कूल संचालकों द्वारा स्कूल की फीस भरने के लिए परेशान किया जा रहा है अगर फीस नहीं भरी जाती है तो बच्चों को स्कूल से निकाल दिया जाता है। ऐसे में नागरिक क्या करें अपने पेट पाले या फिर स्कूल की फीस भरें। फीस नहीं भरों तो बच्चों के भविष्य बिगडऩे की टेंशन पालकों को लगी रहती है।
बैंकों द्वारा भी फोन कर करके किया जा रहा है किस्त भरने के लिए परेशान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूरे देश में जबसे लॉकडाउन का आव्हान किया है तभी से सभी बैंकों को हिदायत दे दी थी कि कोई भी बैंक कर्मी अपने ग्राहकों को परेशान ना करें जून तक की किस्त माफ करके आगे से किस्तों को निरंतर चालू करने की बात कहीं थी फिर भी बैंकों द्वारा ग्राहकों को फोन करके परेशान किया जा रहा है। ऐसे में ग्राहक एक और जहां अपने अपने व्यवसाय बंद करके बैठा है वहीं दूसरी और इन बैंकों के एजेंटों द्वारा नागरिकों को परेशान किया जा रहा है। अब देखना यह है कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद क्या यह बैंक अपने ग्राहकों को तीन महिने की छूट देगी या फिर पूरे तीन महिने की किस्त एक साथ चुकाने के लिए दबाव बनाएगी।